जब दर्द उठा तो रो दिए हम
वरना हँसते हुए जीवन जिया है
यकीं है तुझे पा ही लेंगे एक दिन
तेरी खुशबु ने पता बता दिया है
तेरी याद में जिंदगी गुज़ार लेंगे हम
तेरी चाहत ने सुकूँ मुझे बहुत दिया है
अच्छा होता गर तुम साथ रह पाते
वक्त से पहले दामन छुड़ा लिया है
क्या कयामत ढा गई तेरी वफ़ा भी
रोते रोते भी हँसना सिखा दिया है
@मीना गुलियानी
वरना हँसते हुए जीवन जिया है
यकीं है तुझे पा ही लेंगे एक दिन
तेरी खुशबु ने पता बता दिया है
तेरी याद में जिंदगी गुज़ार लेंगे हम
तेरी चाहत ने सुकूँ मुझे बहुत दिया है
अच्छा होता गर तुम साथ रह पाते
वक्त से पहले दामन छुड़ा लिया है
क्या कयामत ढा गई तेरी वफ़ा भी
रोते रोते भी हँसना सिखा दिया है
@मीना गुलियानी
nice post-ashok
जवाब देंहटाएंVery nice......
जवाब देंहटाएंये हस्ती है कि मिटती नहीं। लाजवाब
जवाब देंहटाएंNice poem
जवाब देंहटाएंhttps://mujhekuchkrnahai.blogspot.in/2017/12/blog-post_22.html?m=1
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