क्यों नहीं तुम अच्छे दोस्त बन जाते
क्यों नहीं पहले से अजनबी बन जाते
क्यों नहीं तुम दिल से कटुता मिटाते
क्यों नहीं फिर दिल में प्रीत जगाते
सब वैमनस्य भूलकर फिर मेरे हो जाते
@मीना गुलियानी
क्यों नहीं पहले से अजनबी बन जाते
क्यों नहीं तुम दिल से कटुता मिटाते
क्यों नहीं फिर दिल में प्रीत जगाते
सब वैमनस्य भूलकर फिर मेरे हो जाते
@मीना गुलियानी
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