कभी कभी तो बहुत खालीपन सा लगता है
स्याह रातों में जब वो अजनबी गुज़रता है
आता है दबे पाँव कभी जुम्बिश करता है
हमारे दिल पर तो एक आघात करता है
@मीना गुलियानी
स्याह रातों में जब वो अजनबी गुज़रता है
आता है दबे पाँव कभी जुम्बिश करता है
हमारे दिल पर तो एक आघात करता है
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें