एक दूजे से दूर हुए
भले ही नज़रों से दूर हुए
तुम अपनी मग़रूरि से
कुछ मसरूफ़ियत से
तुमसे आया न गया और
हमसे बुलाया न गया
फासला प्यार में हम दोनों
से यूँ भी मिटाया न गया
दिल फिर भी पास हैं दोनों
में एहसास बहुत है जिसने
दोनों को ही बांध रखा है
@मीना गुलियानी
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