तुम्हारी बातों की गर्माहट सर्दी में राहत देती है
तुम्हारी बातें इतनी लुभावनी होती हैं कि दिल
चाहता है कभी खत्म न हों चाय पानी चलती रहे
बातों का सिलसिला कभी खत्म न हो मन में
प्रेम की कल कल ध्वनि बहती रहे गर्माहट रहे
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