यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 13 अप्रैल 2020

जलियांवाले बाग़

जलियांवाले बाग़ में इस दिन चली थी गोलियाँ
क्राँतिकारी बोल रहे सब इन्क़लाब की बोलियाँ
वतन पे मिटने वालों ने बाज़ी लगा दी जान की
ये मिट्टी है मेरे वतन की प्यारे हिन्दुस्तान की
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें