कभी ख़ुशी पाने की आशा
कभी है गम की निराशा
कुछ खोके पाने की आशा
यही है जीवन की परिभाषा
इंसानियत आदमी को इंसान बना देती है
लगन हर मुश्किल को आसान बना देती है
सब लोग यूँ ही मंदिरों में नहीं जाते हैं
आस्था पत्थरों को भी भगवान बना देती है
कभी मेहनत करने पर भी सपने पूरे नहीं होते
इससे निराश न होना कभी हम अधूरे नहीं होते
जुटाओ हिम्मत बढ़ो आगे छू लोगे आसमाँ भी
बिना लहरों से टकराए अरमाँ पूरे नहीं होते
@मीना गुलियानी
कभी है गम की निराशा
कुछ खोके पाने की आशा
यही है जीवन की परिभाषा
इंसानियत आदमी को इंसान बना देती है
लगन हर मुश्किल को आसान बना देती है
सब लोग यूँ ही मंदिरों में नहीं जाते हैं
आस्था पत्थरों को भी भगवान बना देती है
कभी मेहनत करने पर भी सपने पूरे नहीं होते
इससे निराश न होना कभी हम अधूरे नहीं होते
जुटाओ हिम्मत बढ़ो आगे छू लोगे आसमाँ भी
बिना लहरों से टकराए अरमाँ पूरे नहीं होते
@मीना गुलियानी
पढ़कर आत्मविभोर हो गया..बहुत ही हृदय स्पर्शी.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद.