दिल की कश्मकश और उलझनों में
उम्मीद की अपनी मैंने ढाल बनाई है
जिंदगी तुझसे आगे निकलने को
मैंने भी तो अपनी रफ़्तार बढ़ाई है
तुझसे खेलने में मज़ा आने लगा है
जीतने के लिए हौंसला अफ़ज़ाई है
माना कि कुछ पल ग़म के मिले हैं
सुनहरे पलों ने कीमत चुकाई है
ये लहरें तूफां क्यों टकराएं मुझसे
मैंने वफ़ा के नाम दुनिया लुटाई है
@मीना गुलियानी
ए 1 8 0 जेडी ए , स्टाफ कालोनी
जगतपुरा , जयपुर 3 0 2 0 1 7
9828230273
उम्मीद की अपनी मैंने ढाल बनाई है
जिंदगी तुझसे आगे निकलने को
मैंने भी तो अपनी रफ़्तार बढ़ाई है
तुझसे खेलने में मज़ा आने लगा है
जीतने के लिए हौंसला अफ़ज़ाई है
माना कि कुछ पल ग़म के मिले हैं
सुनहरे पलों ने कीमत चुकाई है
ये लहरें तूफां क्यों टकराएं मुझसे
मैंने वफ़ा के नाम दुनिया लुटाई है
@मीना गुलियानी
ए 1 8 0 जेडी ए , स्टाफ कालोनी
जगतपुरा , जयपुर 3 0 2 0 1 7
9828230273
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