Meena's Diary
यह ब्लॉग खोजें
सोमवार, 16 मार्च 2020
कौन हमारा रास्ता रोके
हैं अलमस्त हवा के झोंके कौन हमारा रास्ता रोके
खुद टकराके चकनाचूर हो जाए जो हमको टोके
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें