एक औरत ने मुझे जन्म दिया
पाल पोसकर बड़ा भी किया
अंगुली पकड़कर चलना सिखाया
खूब पढ़ाया खूब लिखाया
खूब गोदी में उसने खिलाया
दुलराया मुझे प्यार दिया
वो मेरी माँ प्रथम गुरु है
सदा मेरे दिल में रहती है
प्रेरित मुझे वो करती है
जब कभी भी मैं घबराऊँ
चिंता सारी वो हर लेती है
सपनों में आकर मुझको
संबल अपना वो देती है
माँ है मेरी जो धड़कन में
सदा समाहित ही रहती है
@मीना गुलियानी
पाल पोसकर बड़ा भी किया
अंगुली पकड़कर चलना सिखाया
खूब पढ़ाया खूब लिखाया
खूब गोदी में उसने खिलाया
दुलराया मुझे प्यार दिया
वो मेरी माँ प्रथम गुरु है
सदा मेरे दिल में रहती है
प्रेरित मुझे वो करती है
जब कभी भी मैं घबराऊँ
चिंता सारी वो हर लेती है
सपनों में आकर मुझको
संबल अपना वो देती है
माँ है मेरी जो धड़कन में
सदा समाहित ही रहती है
@मीना गुलियानी
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