Meena's Diary
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बुधवार, 25 मार्च 2020
जो हताश नहीं होते
वक्त की रेत पर सब कुछ फिसल जाता है
सागर में मोती पाते हैं जो हताश नहीं होते
@मीना गुलियानी
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