तेरे प्यार की हमने
बड़ी कीमत चुकाई
कितनी तोहमतें उठाई
दुनिया रास न आई
की हमसे बेवफाई
हुई हमारी जगहँसाई
न रहमत बरसाई
तू निकली हरजाई
न जहमत उठाई
न कभी मिलने आई
न कोई रस्म निभाई
उलझनों में उम्र बिताई
@मीना गुलियानी
बड़ी कीमत चुकाई
कितनी तोहमतें उठाई
दुनिया रास न आई
की हमसे बेवफाई
हुई हमारी जगहँसाई
न रहमत बरसाई
तू निकली हरजाई
न जहमत उठाई
न कभी मिलने आई
न कोई रस्म निभाई
उलझनों में उम्र बिताई
@मीना गुलियानी
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