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सोमवार, 24 फ़रवरी 2020

खुली आँखों से हमने ख़्वाब देखे

खुली आँखों से हमने ख़्वाब देखे
पर हकीकत में वो ख़्वाब ही रहे
 ख़्वाब सच के धरातल पे न उतरे
हम सोचकर बड़ी मुश्किल में पड़े
तुमको गर मुझसे दूर ही जाना था
तो फिर मुझसे दिल न लगाना था
हमने तो सोचा था आशियाँ बनायेंगे
पता न था ये  ख़्वाब ही रह जायेंगे
@मीना गुलियानी 

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