मुस्कुरा दिए थे तुम
जब तन्हाई में मिले
बहुत शर्मा रहे थे तुम
दिल में उमंगें जवां थी
पर घबरा रहे थे तुम
लहरें मचलती जैसे
बल खा रहे थे तुम
हँसते जो देखा तुम्हें
मुस्कुरा दिए थे तुम
@मीना गुलियानी
जब तन्हाई में मिले
बहुत शर्मा रहे थे तुम
दिल में उमंगें जवां थी
पर घबरा रहे थे तुम
लहरें मचलती जैसे
बल खा रहे थे तुम
हँसते जो देखा तुम्हें
मुस्कुरा दिए थे तुम
@मीना गुलियानी
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