आँखों से ओझल रहता है
धड़कन में मेरी बसता है
मुँह से मगर चुपचाप है
दिल में मगर वो हँसता है
पलकों में समाया रहता है
ख्वाबों में वही तो रहता है
मेरे जीने की इक आस है
मेरा जहाँ वहीं बसता है
@मीना गुलियानी
धड़कन में मेरी बसता है
मुँह से मगर चुपचाप है
दिल में मगर वो हँसता है
पलकों में समाया रहता है
ख्वाबों में वही तो रहता है
मेरे जीने की इक आस है
मेरा जहाँ वहीं बसता है
@मीना गुलियानी
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