इतना इतराओ मत
न धन है तेरा न तन
सब मिट्टी में मिलना
कोई नहीं ठिकाना है
सब यहीं छोड़ जाना है
न यौवन ही चिरस्थाई
भुलावे में न आना है
ये सब मिट जाना है
@मीना गुलियानी
न धन है तेरा न तन
सब मिट्टी में मिलना
कोई नहीं ठिकाना है
सब यहीं छोड़ जाना है
न यौवन ही चिरस्थाई
भुलावे में न आना है
ये सब मिट जाना है
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें