दिल चाहता है मेरा
मैं बादल बन जाऊँ
तेरे मन के आँगन में
खुशी के फूल खिलाऊँ
तेरे तृषित ह्रदय कमल
को प्रेम से मैं हर्षाऊँ
तेरे तपते हुए मन को
बरस शीतल कर जाऊँ
@मीना गुलियानी
मैं बादल बन जाऊँ
तेरे मन के आँगन में
खुशी के फूल खिलाऊँ
तेरे तृषित ह्रदय कमल
को प्रेम से मैं हर्षाऊँ
तेरे तपते हुए मन को
बरस शीतल कर जाऊँ
@मीना गुलियानी
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