जलती धरती मन मेरा
सूरज का है इस पर पहरा
छाई है बदरिया काली
बरसे आंगन चले पुरवाई
महके उपवन फूला गुलशन
हर आंगन में खिले फूल
डाली डाली हुई मतवाली
चंदा आये चाँदनी साथ
थामे वो धरा का हाथ
अपनी चांदनी को बिखराये
सब लोग झूमे नाचे गायें
@मीना गुलियानी
सूरज का है इस पर पहरा
छाई है बदरिया काली
बरसे आंगन चले पुरवाई
महके उपवन फूला गुलशन
हर आंगन में खिले फूल
डाली डाली हुई मतवाली
चंदा आये चाँदनी साथ
थामे वो धरा का हाथ
अपनी चांदनी को बिखराये
सब लोग झूमे नाचे गायें
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें