गुरु -
वो होता है जो हमारे भीतर के अन्धकार
मिटाकर हमें सन्मार्ग दिखाता है
शिष्य
वो होता है जो गुरु जी के कहे अनुसार
बिना किसी शंका के मार्ग का अनुसरण
करता है
वो होता है जो हमारे भीतर के अन्धकार
मिटाकर हमें सन्मार्ग दिखाता है
शिष्य
वो होता है जो गुरु जी के कहे अनुसार
बिना किसी शंका के मार्ग का अनुसरण
करता है
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