चाँद की सरगोशियाँ
तभी मन को सुहाती हैं
जब दो प्रेमी मिलते हैं
अन्यथा जिनके दिल के
तार प्रभु से जुड़े होते हैं
उन पर इनका असर नहीं
होता हे वो तो प्रभु जी के
रंग में रंगे हुए होते हैं उन्हेँ
सिर्फ भक्ति का रस चाहिए
@मीना गुलियानी
तभी मन को सुहाती हैं
जब दो प्रेमी मिलते हैं
अन्यथा जिनके दिल के
तार प्रभु से जुड़े होते हैं
उन पर इनका असर नहीं
होता हे वो तो प्रभु जी के
रंग में रंगे हुए होते हैं उन्हेँ
सिर्फ भक्ति का रस चाहिए
@मीना गुलियानी
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