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सोमवार, 4 नवंबर 2019

खुद को लिखते रहे हम

खुद को लिखते रहे हम
मेरा जीवन खुली किताब है
दुःख सुख इसमें भरा है
ये कैनवास की तरह है
जीवन वृत्त उकेरा है
बचपन से अब तक का
सारा इतिहास लिखा है
इसमें हास्य विषाद है
शान्त रस प्रधान है
जीवन चुनौती भरा है
मैंने स्वीकार किया है
हर हाल में इसे जिया है
@मीना गुलियानी

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