यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 15 नवंबर 2019

प्रेम बरसाओ

ज़िन्दगी को जीकर देखो यूँ ही न बिताओ
जो लम्हे मिले हैं वो  उन्हें हँसके बिताओ
कल किसने देखा है आज त्यौहार मनाओ
बीता समय न लौटेगा आज ख़ुशी मनाओ
जो सपने हैं करलो पूरे पल यूँ न गंवाओ
प्यार करो तुम सबसे चिंता को दूर भगाओ
सबको अपने गले लगाकर प्रेम बरसाओ
@मीना गुलियानी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें