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शुक्रवार, 19 जून 2020

मेहँदी वाले हाथ

आज करुणा की सगाई होने  जा रही थी।  सूबेदार शमशेर सिंह के बेटे बिशनसिंह से उसका रिश्ता होने जा रहा था।  लड़के वालो के घर से मेहँदी का थाल और मिठाई आई थी साथ में दुल्हन की चूड़ियाँ उसका साज सिंगार का सामान भी भेजा गया था।  शाम को रस्म थी।  दुल्हन के घर गीत गाये जा रहे थे।  बिशनसिंह अभी पिछले महीने की फौज में भर्ती हुआ था।

  आज सुबह ही उसका बुलावा भी फौज के दफ्तर से आ गया था कि चीन का हमला हुआ है सबकी छुट्टियाँ रद्द कर दी हैं।  सबको तुरंत ही हेडक्वार्टर पहुँचना होगा।  अब बिशनसिंह को भी फौज का हुक्म बजाना ही था इसलिए वो सुबह ही सूचना मिलते ही रवाना हो तो गया।  सगाई की रस्म भी थी तो कुछ लोगों ने कहा कि फोटो देखकर ही पंडित जी सगाई  करवा देंगे।  इस तरह से वो तैयारियाँ भी ज़ोर शोर पर थीं।

  अब शाम का मुहूर्त था सब रिश्तेदार आये हुए थे।    इतने में ही किसी के फोन से सूचना मिली कि बिशनसिंह जिस टीम में था वहाँ के एनकाउंटर में वो दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो गया था।   अब एकदम सब गाना बजाना रुक गया।  घर में मातम छा गया।  दुल्हन के मेहँदी वाले हाथ भी रीते ही रह गए।  
@मीना गुलियानी 

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