मैंने क्षितिज के उस पार देखा
वहाँ दूर दूर तक कुछ नहीं था
फिर जब मैंने पलटकर देखा
मेरा पदचिन्ह वहीं था
सागर से गहरा आकाश से नीला
मेरा वजूद वहीं था
@मीना गुलियानी
वहाँ दूर दूर तक कुछ नहीं था
फिर जब मैंने पलटकर देखा
मेरा पदचिन्ह वहीं था
सागर से गहरा आकाश से नीला
मेरा वजूद वहीं था
@मीना गुलियानी
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