दुनिया कितनी बड़ी है
सबका अपना कोना है
मेरा भी एक कोना है
सुंदर सपन सलोना है
घने पेड़ों की छाँव में
दूर मेरे ही गाँव में
अमराईयों की छाँव में
झरनों के आस पास
जहाँ बातें करें हम खास
तेरी जुल्फों का साया हो
वहाँ कोई नहीं पराया हो
वहाँ दिल से दिल मिलें
खुशियों के वहाँ फूल खिलें
@मीना गुलियानी
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