तेरी अब बहुत जरूरत है मुझको
लेकिन अब कैसे कहूँ मैं ये तुझको
ये अन्जान राहें घेर लेती मुझको
तेरी सदा झकझोर देती है मुझको
क्यों सबकी निगाहें गैर लगती हैं
क्यों साहिल ने ठुकराया मुझको
@मीना गुलियानी
लेकिन अब कैसे कहूँ मैं ये तुझको
ये अन्जान राहें घेर लेती मुझको
तेरी सदा झकझोर देती है मुझको
क्यों सबकी निगाहें गैर लगती हैं
क्यों साहिल ने ठुकराया मुझको
@मीना गुलियानी
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