विदा किया जा तुझे विदा किया
इस नफरत भरे जहाँ से
ग़मग़ीन आसमां से
बेवफा इस जहान से
फिर से आशा के सेतु बाँधो
जीवन यात्रा आरम्भ करो
जीवन नदिया की धारा है
जीवन के सपने और हकीकत
इस धारा में मिलने को आतुर हैं
जीवन और नदिया मुड़ते हैं
जीवन को नया आयाम देते हैं
अंत में नदिया अनंत
सागर में लीन हो जाती है
@मीना गुलियानी
इस नफरत भरे जहाँ से
ग़मग़ीन आसमां से
बेवफा इस जहान से
फिर से आशा के सेतु बाँधो
जीवन यात्रा आरम्भ करो
जीवन नदिया की धारा है
जीवन के सपने और हकीकत
इस धारा में मिलने को आतुर हैं
जीवन और नदिया मुड़ते हैं
जीवन को नया आयाम देते हैं
अंत में नदिया अनंत
सागर में लीन हो जाती है
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें