मैया जगदाता दी कहके जै माता दी तुरया जाँवी वेखि पेंडे तो न घबरावी
पहले दिल अपना साफ बना ले फिर मैया नू अर्ज सुना ले
मेरी शक्ति वधा मैनु चरना च ला कहंदा जावी वेखि पेंडे तो न घबरावी
ओखी घाटी त पेंडा अवलडा ओह्दी श्रद्धा डा फड़के तू पलड़ा
साथी रल जानगे दुखड़े तल जानगे भेंटा गावी वेखि पेंडे तो न घबरावी
तेरा हीरा जन्म अनमोला मिलना मुड़ मुड़ न मानुष दा चोला
धोखा न खा लवी दाग न ला लवी बचया जावी वेखि पेंडे तो न घबरावी
पहला दर्शन है कोल कन्धोली दूजी देवा ने भरणी है झोली
आद क्वारी नू जगत महतारी नू सिर झुकावी वेखि पेंडे तो न घबरावी
ओहदे नाम दा लैके सहारा लंघ जायेगा पर्वत सारा
देखि सुंदर गुफा माँ दी जय जय बुला दर्शन पावी वेखि पेंडे तो न घबरावी
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