गम न कर मुस्कुरा दिल दीवाने मैया सबदे दिल दियां जाने
जय माँ जय माँ जय माँ बोल जय माँ जय माँ जय माँ बोल
तेरे द्वारे जो वि आ गया मंगिया मुरादा ओ पा गया
खाली दर तो न कोई जावे माया सबदी आस पुजावे
अकबर कटके नहर ल्याया तेरी जोता ते पाणी पाया
जोत फिर वि रही तेरी जगदी आके फिर ओ पया तेरी शरणी
मै गुनहगार मेरे बक्श दो गुनाह अपने चरना च दे दो पनाह
जो वि शरणी माँ तेरी आवे तेथो खाली मुड़के न जावे
इक वार तू वि जयकारा बोल दे मन दी कुण्डी तू खोल दे
फिर देख तू उसदा नज़ारा चढ़ जायेगा पर्वत सारा
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