तर्ज;----ऐ मेरे दिले नादां तू गम से
हे महानन्द बाबा तेरी शरण में आया हूँ
मुझ पर भी कृपा करना उम्मीदें लाया हूँ
तुम बहुत दयालु हो सबके दुःख हरते हो
जो दर पे आ जाये भव पार करते हो
मेरी भी सुन लेना फरियाद लाया हूँ
तेरे दर जो आता है न खाली जाता है
रोता हुआ जो आये हँसता हुआ जाता है
दुःख दूर करो मेरे बड़ी आशा लाया हूँ
जग तेरा सवाली है कोई लौटा न खाली है
इच्छा सब पूरी करो जाये वचन न खाली है
मेरी भव बाधा हरो मै आस ये लाया हूँ
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