यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 18 मई 2015

गुरुदेव के भजन 327 (Gurudev Ke Bhajan 327)



तर्ज ------जाएं तो जाएं कहाँ 

जल्दी से जल्दी आ, बाबा जी दर्श दिखा 
नैया मेरी किनारे लगा 

डूबा हूँ बाबा गम के भंवर में पार उतारो भवसागर से 
इक किश्ती सौ तूफां ------------------------------------जल्दी से जल्दी आ, 

नैया है मेरी तेरे हवाले किसको दिखाएं हम दिल के छाले 
उठता है मेरे दिल से धुँआ ------------------------------जल्दी से जल्दी आ, 

दुनिया तो बाबा बड़ी बेरहम है उबरें भंवर से जो हो तेरा कर्म है 
लाज मेरी आके बचा ------------------------------------जल्दी से जल्दी आ, 

छाई है बाबा बदरी काली  गम की घटा है कैसी दीवाली 
आके मेरी सुनले सदा ------------------------------------जल्दी से जल्दी आ, 

दिल की शमा है बुझने वाली आज ओ सारे जग के वाली 
दिल मेरा करे फरियाद ------------------------------------जल्दी से जल्दी आ, 


_____________________________

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें