सुआ चोला ते दुपट्टा नाबी रंग दा
मत्थे उते चंद चमके शेरा वालिये
तेरा किसने भवन बनाया , नी कोण तेरा झंवर झोले शेरा वालिये
पंजा पांडवा ने भवन बनाया , अर्जुन झंवर झोले शेरा वालिये
तेरे दर्शन दी अभिलाषा , माँ भगता नू दे दर्शन शेरा वालिये
तेरा आद क्वारी डेरा , कि कटरयो पया दिसदा शेरा वालिये
पान सुपारी ते ध्वजा नरेला , भेंट पहली भेंट चढ़े शेरा वालिये
ओखी घाटी ते बिखड़ा पेन्डा , नी पैरा विच रोड़े चुबदे शेरा वालिये
चिटे चावल ते दुध माजा , नी क्न्ज्का नू भोग लगे शेरा वालिये
शेरा वालिये पहाड़ा वालिये , कि जगमग जोत जगदी शेरा वालिये
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