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मंगलवार, 17 दिसंबर 2019

शाम उतर आई है दिल में

शाम उतर आई है दिल में
सजी हुई महफ़िल है दिल में
कहकहों का दौर है दिल में
रंगी समां है आज दिल में
जुगनुओं का झमघट लगा है
तारों से ये मण्डप सजा है
चाँदनी भी गुनगुना रही है
महफ़िल सजती जा रही है
बाजे वीणा धीमे सुर में
छनके पायल रून झुन में
@मीना गुलियानी 

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