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बुधवार, 4 दिसंबर 2019

जल बुझे सब ख़्वाब मेरे



जल बुझे सब ख़्वाब मेरे 
रह गए दिल में अँधेरे 
जाने कब हों अब सवेरे 
आँसुओं के पड़ गए घेरे
ढूँढूँ तुझे मैं साँझ सवेरे
बाट जोहते हैं नैन मेरे
कब आओगे साजन मेरे
@मीना गुलियानी 

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