यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 2 दिसंबर 2019

दुनिया वाले

दुनिया वाले तो जीने ही नहीं देते हैं
हर बात का वो मज़ाक बना देते हैं
सच्चाई बिना परखे ही सज़ा देते हैं
चुपके चुपके से खिल्ली वो उड़ाते हैं
मुँह पर तो वो वफादार बने रहते हैं
पीठ पीछे छुरी भी वो घोंप देते हैं
हर किसी के दुःख पे वो हँस देते हैं 
हर बात का वो उल्टा सिला देते हैं
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें