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रविवार, 29 दिसंबर 2019

रात हमारी सोचने में गुज़रेगी

रात हमारी सोचने में गुज़रेगी
 कल से नया वर्ष कैसा होगा 
चिंतन करेंगे तभी सवेरा होगा
बदहाली मिटे दूर अँधेरा होगा
@मीना गुलियानी

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