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रविवार, 29 दिसंबर 2019

फूल खिले मन आँगन में

तुम आये तो मन के आँगन में फूल खिल गए
धूप खिली कोहरा छँटा और तुम मिल गए
यादों के महकते फूलों को दम भर खिलने दो
ऐसा क़हर तुम मत ढाना शाख सूनी हो जाए
@मीना गुलियानी



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