यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 14 सितंबर 2020

आ जाओ आ जाओ आ जाओ (तर्ज यहाँ कोई नहीं तेरा मेरे सिवा कहती है )

 मेरे दिल ने तुझे ही दी है सदा , मेरी बारी मत देर लगा 

तुम सुनके सदा मेरी आ जाओ आ जाओ आ जाओ 


मेरे दिल की धड़कने तेरा नाम ले रही हैं 

मेरी नाव की पतवार गुरु जी तुझे ही दी है 

जीवन की धूप छाँव गुरु जी तुझे ही दी है 


मैंने सांसो की डोरी गुरु जी तुझे ही दी है 

जीवन की रेखा भी तेरा नाम ले रही है 

हर दिल की तूने गुरूजी मुरादें पूरी की हैं 

@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें