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रविवार, 13 सितंबर 2020

दिल करता ओ गुरू महाराज(तर्ज --दिल करता ओ यारा दिलदारा )

दिल करता ओ गुरू महाराज मेरा दिल करता 

दर तेरे पे आऊँ फूलों की माला पहनाऊँ 

दर पे डेरे लगाऊँ ------------------------------


तेरा प्यारा भवन जी कितना रंगीला है 

हर पल लग रही भक्तों की लीला है 

करदो निहाल सबको ---जिसने पुकारा है ----


अपने भक्तों की तुम रखते हो  लाज जी 

तभी तो सारे  भक्त करते हैं आस जी 

बनके सवाली मैं भी----- दर तेरे आया --

 

दर्शन की प्यास मुझे कुछ भी न मांगू 

दर्श जो भिक्षा दे दो कुछ न मांगू 

भक्ति में डूबे सारे -----भक्तों ने पुकारा ------

@मीना गुलियानी 

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