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मंगलवार, 1 सितंबर 2020

रूठकर चले जाना

 आज तेरा यूँ रूठकर चले जाना 

 मेरे को तोड़ गया कबसे थी तमन्ना 

मिलेंगे  तुमसे बस अनचाहा हो गया 

खिले  फूल गुलशन के बहारों ने उन्हें 

विकसित किया दिल गुनगुनाया 

मुझे भूला वो परदेसी लौट आया 

@मीना गुलियानी 

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