तेरी नैया भँवर में पड़ी नाम जपले घड़ी दो घड़ी
@मीना गुलियानी
झूठी माया का पर्दा पड़ा अँधा बनके जगत में खड़ा
सारी बात समझता है तू पर तू तो है चिकना घड़ा
मौत आगे चले न तड़ी
कर ना काया का दिल में गुमान झूठी कोरी है इसकी ये शान
तू अकड़ता है किस बात पर बिन बताए निकल जाएँ प्राण
न है टूटी की कोई जड़ी
नेक कर्मो से जीवन सुधार थोड़ा करले प्रभु से भी प्यार
एक ये ही सहारा तेरा डूबती नैया करता है पार
तेरी नैया भँवर में अड़ी
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