यही है बाबा मेरी आरजू तेरा दर्श मै करता रहूँ
@मीना गुलियानी
तुम रहो सदा मेरे सामने मै यूँ ही तुझे देखा करूँ
मेरे दिल में तेरा निवास हो तू सदा ही मेरे साथ हो
चाहे सुख मिले चाहे दुःख मिले पर कभी न तुझसे जुदा रहूँ
मै तेरा ही बनके रहूँ सदा दिल से मेरे निकले दुआ
जिऊँ तो सदा तेरी याद में तेरी याद में बाबा मैं मरूँ
कोई भूल हो तो क्षमा करो पर मुझसे तुम न खफा रहो
तेरे बिन तो सूनी है जिंदगी तेरे गम में मैं न जला करूँ
इतनी सी है मेरी इल्तज़ा रख हाथ सिर पे मेरे ज़रा
तेरे चरणों में मेरा ध्यान हो तेरे नाम को ही जपा करूँ
जब मौत की घड़ी पास हो तब तू ही मेरे पास हो
तेरी छवि बसी मेरे मन में हो तब मरने से भी न डरूँ
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