यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, 4 अगस्त 2016

भजनमाला --------118

हम आये तेरे द्वार तू सुनले पुकार 
है तेरा सहारा दुनिया में कौन हमारा 

इक तेरी ही मुझको आस रहे 
जब तक कि साँस में साँस रहे 
जब दिल ही गया है टूट है दूर किनारा 

दुनिया ने है बाबा ठुकराया 
मै हारके तेरे दर आया 
जब तुम ही गए हो रूठ तो किसका सहारा 

पापों ने मुझे मिटा डाला 
तेरे नाम का मिला मुझे प्याला 
अन्धकार हुआ मेरा दूर हुआ उजियारा 
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें