जिंदगी में कभी भी निराश नहीं होते
तकदीर के तमाशे से नाराज़ नहीं होते
तुम लकीरों में कभी यक़ीं मत किया करो
लकीरें उनकी भी हैं जिनके हाथ नहीं होते
रिश्ते वो नहीं जो रोज़ बनते हैं बिगड़ते हैं
रिश्ते टूटते हैं जिनमे एहसास नहीं होते
गर दुःख हर किसी का दिलों में संजोते
तो दुनिया में पत्थरदिल इन्सा न होते
हाथ खूबसूरत हैं जो किसी को दें सहारा
भावनाहीन है जिसमें जज्बात नहीं होते
वक्त की रेत पर सब कुछ फिसल जाता है
सागर में मोती पाते हैं जो हताश नहीं होते
@मीना गुलियानी
तकदीर के तमाशे से नाराज़ नहीं होते
तुम लकीरों में कभी यक़ीं मत किया करो
लकीरें उनकी भी हैं जिनके हाथ नहीं होते
रिश्ते वो नहीं जो रोज़ बनते हैं बिगड़ते हैं
रिश्ते टूटते हैं जिनमे एहसास नहीं होते
गर दुःख हर किसी का दिलों में संजोते
तो दुनिया में पत्थरदिल इन्सा न होते
हाथ खूबसूरत हैं जो किसी को दें सहारा
भावनाहीन है जिसमें जज्बात नहीं होते
वक्त की रेत पर सब कुछ फिसल जाता है
सागर में मोती पाते हैं जो हताश नहीं होते
@मीना गुलियानी
NICE-ASHOK
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