इक मुलाकात में सारी उम्र चली जाती है
आंसू के कण में सृष्टि सिमट जाती है
अंतर्मन में मीठे पानी की लहर आती है
जिसमें सूने मन की रेत भीग जाती है
मन की माला कोमल किसलयी हो जाती है
मलयानिल सुगंध अपनी लुटा जाती है
खुशियों की सीपियाँ जो जिंदगी चुराती है
फ़ुरक़त के पलों मेँ समेटकर ले आती है
@मीना गुलियानी
आंसू के कण में सृष्टि सिमट जाती है
अंतर्मन में मीठे पानी की लहर आती है
जिसमें सूने मन की रेत भीग जाती है
मन की माला कोमल किसलयी हो जाती है
मलयानिल सुगंध अपनी लुटा जाती है
खुशियों की सीपियाँ जो जिंदगी चुराती है
फ़ुरक़त के पलों मेँ समेटकर ले आती है
@मीना गुलियानी
राम मंदिर की सुरुआत होगा, किसीकी डैम हो तो रुक लो,
जवाब देंहटाएंया तीन अस्त्र को देखा ले कोंग्रेसी दलाल, या अस्त्र राम मंदिर खुद बनाएगा, और लाल चौक पर झाड़ा फिरायेगा, अगर जरुरत हो तो पाकिस्तान को हिंदुस्तान बना देगा और कांग्रेस की खाल उतर देगा, दुनिया की डिजिटल अस्त्र हो या,