यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 12 नवंबर 2018

समझ लो उसे जीना आ गया

प्यार में जिसे जलना आ गया
समझ लो उसे जीना आ गया

उल्फत की यही रीत है यारो
कोई न किसी का मीत है यारो
प्रेम में ज़हर जिसे पीना आ गया
समझ लो उसे जीना आ गया

कब सुनते हैं इश्क में जलने वाले
कब सुनते दिल के नाले दुनिया वाले
काँटों से गुज़रके जिसे जीना आ गया
समझ लो उसे जीना आ गया

इश्क  में करते खुद को फ़ना दिल वाले
ये दिल वाले भी होते हैं कुछ मतवाले
 जिगर का लहू जिसे पीना आ गया
समझ लो उसे जीना आ गया
@मीना गुलियानी 

6 टिप्‍पणियां: