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गुरुवार, 15 नवंबर 2018

इक हसीन ज़हमत है

होश में तुम बातें मत किया करो
होश की बात करना तो वहशत है

सब यहाँ रोज़ मर मरके जीते हैं
फिर भी और जीने की हसरत है

सर पर सभी बोझ उठाके चलते  हैं
यह जिंदगी भी इक  हसीन ज़हमत है
@मीना गुलियानी 

4 टिप्‍पणियां:

  1. वाह बहुत खूब मीना जी।
    बहुत उम्दा।

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  2. "सब यहाँ रोज़ मर मरके जीते हैं
    फिर भी और जीने की हसरत है"

    वाह! बहुत खूब।
    एक सुझाव है - कुछ उर्दू शब्द है उनके अर्थ साथ में निचे दे दें तो मुझ जैसे नौसिखियों का शब्द संग्रह बढ़ जाएगा।

    जवाब देंहटाएं