अब कौन धैर्य दे मेरे दिल को
जिसका पूरा इतिहास जल गया है
मुझसे मेरा बचपन रूठ गया है
मन का ये आँगन सूना पड़ गया है
ज़माने की इन फ़िक्रों ने खा लिया है
कैसे सब्र करे जिसका दिल टूट गया है
घर का तिनका तिनका बिखर गया है
आस का पत्ता पत्ता पेड़ से झड़ गया है
कल का फूला गुलशन उजड़ गया है
मिट्टी में मिलके जिस्म मिट्टी बन गया है
@मीना गुलियानी
जिसका पूरा इतिहास जल गया है
मुझसे मेरा बचपन रूठ गया है
मन का ये आँगन सूना पड़ गया है
ज़माने की इन फ़िक्रों ने खा लिया है
कैसे सब्र करे जिसका दिल टूट गया है
घर का तिनका तिनका बिखर गया है
आस का पत्ता पत्ता पेड़ से झड़ गया है
कल का फूला गुलशन उजड़ गया है
मिट्टी में मिलके जिस्म मिट्टी बन गया है
क्या बात
जवाब देंहटाएं