मेहनतकश इंसान कभी घबराता ही नहीं
ज़मीं हो या आसमां थर्राता वो नहीं
सर झुकाकर रहना सीखा है उसने
कभी गुरूर से गर्दन तानता वो नहीं
जानता है वक्त लगता बड़ा होने में
इस पर भी हार मानता ही वो नहीं
उसकी मेहनत जब भी रंग लाती है
बावजूद इसके भी इतराता वो नहीं
अपनी हैसियत का खूब पता है उसे
माटी में मिलना है अंत भूलता नहीं
@मीना गुलियानी
ज़मीं हो या आसमां थर्राता वो नहीं
सर झुकाकर रहना सीखा है उसने
कभी गुरूर से गर्दन तानता वो नहीं
जानता है वक्त लगता बड़ा होने में
इस पर भी हार मानता ही वो नहीं
उसकी मेहनत जब भी रंग लाती है
बावजूद इसके भी इतराता वो नहीं
अपनी हैसियत का खूब पता है उसे
माटी में मिलना है अंत भूलता नहीं
@मीना गुलियानी
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंjo nr dukh mein na ghbraye
जवाब देंहटाएंtofanon rhe aadig,bdhta hi jaye
lgn jiski pth ki kthinayon se kbhi na drti
vijay tosda hi uska vrn hai krtin-ashok
USKI LO MEIN BHGVAAN BHI USKA SAATH DETA HUA THA CHL RHA THA
जवाब देंहटाएंTHE PATH WAS DIFFICULT.HE WAS TRAVELING ON THE UNEVEN ROAD FULL OF OBSTACLES.HE WAS HAING FAITH INHIS HEART,HE WAS ADVANCING TOWARDS HIS DESTINATIon-ashok