मैया जी विनती करती हूँ , रहे ध्यान तुम्हारे चरणो में
मेरी माँ तुम्हारे चरणो में रहे ध्यान तुम्हारे चरणो में
जुगनू सा बनके उजाला करूँ , तेरी जोत का माँ परवाना बनूं
तेरे चरणो का अमृत पीती रहूँ रहे ध्यान तुम्हारे चरणो में
तेरी कृपा से हर काम बने , दिल में तेरा स्थान बने
चाहे वैरी कुल संसार बने रहे ध्यान तुम्हारे चरणो में
मेरे दिल में तेरा बसेरा हो, दिल कभी न डगमग मेरा हो
मुझे एक भरोसा तेरा हो रहे ध्यान तुम्हारे चरणो में
मुझे तेरी ही इक आस रहे , तू हरदम मेरे पास रहे
तेरे दर्श की माता प्यास रहे , रहे ध्यान तुम्हारे चरणो में
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें